चूरू में एक दिवसीय जिला-स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित, मुख्य अतिथि सीडीईओ गोविन्द सिंह राठौड़ ने किया संबोधित, कहा-असाक्षर व्यक्तियों को चिन्हित कर शत-प्रतिशत साक्षर करें
चूरू। जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा कार्यालय द्वारा सीडीईओ सभागार में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अन्तर्गत गुरूवार को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक समन्वयक साक्षरता व संदर्भ व्यक्तियों का एक दिवसीय जिला-स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सीडीईओ गोविन्द सिंह राठौड़ ने किया। इस अवसर पर राठौड़ ने साक्षरता की उपादेयता व जिले से निरक्षरता का कलंक मिटाने के लिए संभागियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सभी संभागी असाक्षर व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें शत-प्रतिशत साक्षर करें। जिला साक्षरता अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद गहलोत ने नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि 2030 तक जिले को शत-प्रतिशत साक्षर करने की कार्य योजना में उल्लास ऐप कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने डिजिटल साक्षरता लर्नर्स, स्वयंसेवी शिक्षक के चयन व महात्मा गांधी वाचनालय के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक बिजेन्द्र दाधीच ने भी संभागियों से अपने विचार साझा किये। सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र सिंह ने नवसाक्षरों के मूल्यांकन के लिये वर्ष में दो बार मार्च व सितम्बर में आयोजित एसेसमेन्ट टेस्ट के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर अशोक कुमार पारीक, उमेश कुमार, बाबुलाल बुनकर, धर्मेन्द्र कुमार तिवाड़ी, केआरपी सुरेन्द्र कुमार, अनिल कुमार कंवल सहित बड़ी संख्या में संभागी उपस्थित थे। प्रशासनिक अधिकारी उम्मेद सिंह ने उपस्थित संभागियों का आभार व्यक्त किया।