राष्ट्र गौरव के उत्सव का दिन..जन-जन के मन में ‘गणतंत्र’!

‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ की थीम..
राष्ट्र गौरव के उत्सव का दिन..जन-जन के मन में ‘गणतंत्र’!

आज देश मना रहा 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न, दिल्ली के कर्तव्य पथ पर दुनिया देखेगी भारत की ताकत, सैन्य शक्ति और भारतीय सांस्कृतिक विरासत का होगा शानदार प्रदर्शन


इधर, राजस्थान में महाराणा भूपाल स्टेडियम बनेगा 76वें गणतंत्र दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह का साक्षी, राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े झंडा फहरा कर लेंगे मार्च पास्ट की सलामी

नई दिल्ली/जयपुर। आज यानि 26 जनवरी 2025 को भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड मुख्य आकर्षण का केंद्र रहने वाली है। गणतंत्र दिवस की परेड आज सुबह 10.30 बजे शुरू होगी। इस दौरान ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर सैन्य शक्ति और भारतीय सांस्कृति विरासत का शानदार प्रदर्शन होगा। इस साल गणतंत्र दिवस पर संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूरे होने और जनभागीदारी पर विशेष फोकस किया है। समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोलो सुबियंतो होंगे। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह के अनुसार इंडोनेशिया से 160 सदस्यीय मार्चिंग दल और 190 सदस्यीय बैंड दल भारतीय सशस्त्र बलों की टुकडिय़ों के साथ कर्तव्य पथ पर परेड में हिस्सा लेंगे। विभिन्न राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों की 31 झांकियां भाग लेंगी। झांकियों की विषय वस्तु ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ है। राष्ट्रगान के बाद भारतीय संविधान के 75वें वर्ष के आधिकारिक लोगो के बैनर वाले गुब्बारे छोड़े जाएंगे।
कार्यक्रम का समापन 47 विमानों के फ्लाईपास्ट के साथ होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत होगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पारंपरिक बग्गी में कर्तव्य पथ पर पहुंचेगी और एक औपचारिक मार्च पास्ट के दौरान सलामी लेंगी। इसमें सशस्त्र बल, अर्धसैनिक बल, सहायक नागरिक बल, एनसीसी और एनएसएस की इकाइयां शामिल होंगी। राष्ट्र और समाज निर्माण में विशेष योगदान करने वालों को सम्मानित करने के लिए जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के विशेष मेहमानों को इस कार्यक्रम को देखने के लिए सरकार के विशेष मेहमानों के रूप में आमंत्रित किया गया है। गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत देश के विभिन्न हिस्सों के 300 सांस्कृतिक कलाकार ‘सारे जहां से अच्छा’ संगीत वाद्य यंत्र बजाते हुए करेंगे। संस्कृति मंत्रालय संगीत नाटक अकादमी के माध्यम से ‘जयति जया मम: भारतम’ शीर्षक से 5000 कलाकारों के साथ 11 मिनट के सांस्कृतिक प्रदर्शन का आयोजन करेगा।
गणतंत्र दिवस समारोह का समापन ‘बीटिंग रिट्रीट समारोह’ के साथ होगा। यह समारोह 29 जनवरी को विजय चौक पर होगा। दिल्ली में बीटिंग रिट्रीट के दिन शाम को 6.15 बजे बिगुल बजाकर राष्ट्रीय ध्वज को झुका दिया जाएगा। संगीतमय धुन में राष्ट्रगान गाया जाएगा। गणतंत्र दिवस समारोह का गवाह बनने के लिए राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता के फाइनलिस्ट विद्यार्थियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। फाइनलिस्ट टीमों में से झारखंड की लड़कियों की एक टीम राष्ट्रपति के मंच के सामने प्रदर्शन करेगी और दो टीमें विजय चौक के पास कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के साथ प्रदर्शन करेंगी।

राष्ट्रपति का संबोधन: कहा- हमारा संविधान जीवंत दस्तावेज, यह हमारी सामूहिक अस्मिता का मूल आधार
76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। अपनी स्पीच की शुरुआत उन्होंने देश को बधाई देकर की। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान एक जीवंत दस्तावेज है, जो हमारी सामाजिक अस्मिता का मूल आधार है। किसी राष्ट्र के इतिहास में 75 साल का इतिहास पलक झपकने जैसा होता है। भारत के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है। इस काल खंड में भारत की चेतना जागी। इस ऐतिहासिक अवसर पर आप सबको संबोधित करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। 
राष्ट्रपति ने कहा कि आज हमें उन वीरों को याद करना चाहिए जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। कुछ के नाम प्रसिद्ध हुए, तो कुछ को हाल ही में पहचान मिली। इस साल हम भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मना रहे हैं, जो ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के प्रतीक हैं जिनके योगदान को अब सही तरीके से माना जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे किसान भाई-बहनों ने कड़ी मेहनत की और हमारे देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया है। हमारे मजदूर भाई-बहनों ने अथक परिश्रम करके हमारे इन्फ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कायापलट कर दी है। उनके शानदार प्रदर्शन के दम पर आज भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के आर्थिक परिदृश्य को प्रभावित कर रही है। हाल के वर्षों में आर्थिक विकास की दर लगातार ऊंची रही है, जिससे हमारे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं, किसानों और मजदूरों के हाथों में अधिक पैसा आया है तथा बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। साहसिक और दूरदर्शी आर्थिक सुधारों के बल पर, आने वाले वर्षों में प्रगति की यह रफ्तार बनी रहेगी। राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले साल हमारे खिलाडिय़ों ने ओलिंपिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया है। पैरालिंपिक खेलों में हमने अपना अब तक का सबसे बड़ा कंटिंजेंट भेजा, जिसने अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। शतरंज ओलंपियाड में हमारे खिलाडिय़ों ने दुनियाभर को अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया। 

महाराणा भूपाल स्टेडियम बनेगा प्रदेश का राज्य स्तरीय समारोह का साक्षी, होंगे विभिन्न आयोजन

उदयपुर का महाराणा भूपाल स्टेडियम 10 सालों के अंतराल के बाद एक फिर राष्ट्रीय पर्व पर राज्य स्तरीय मुख्य समारोह का साक्षी बनने जा रहा है। 76वें गणतंत्र दिवस पर शनिवार को राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े महाराणा भूपाल स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में झंडा फहरा कर मार्च पास्ट की सलामी लेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई मंत्रीगण एवं अति विशिष्ट अतिथि भाग लेंगे। इससे पूर्व 25 जनवरी को शाम 4 बजे ऐतिहासिक और नैसर्गिक सौंदर्य का पर्याय सहेलियों की बाड़ी में एट होम कार्यक्रम और शाम 6 बजे फतहसागर की पाल पर सांस्कृतिक संध्या भी आयोजित हुई। 26 जनवरी को सुबह 8.45 बजे नगर निगम टाउन हॉल परिसर स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित करने संबंधी कार्यक्रम होगा। इसमें राज्यपाल, मुख्यमंत्री और स्टेशन कमांडर की ओर से शहीद स्मारक स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित कर देश के लिए प्राणों को न्यौछावर करने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों, सैन्य जवानों को नमन किया जाएगा। मुख्य समारोह 26 जनवरी को सुबह महाराणा भूपाल स्टेडियम में आयोजित होगा। इसमें 9.30 बजे राज्यपाल झंडा फहरा कर मार्च पास्ट की सलामी लेंगे। राज्यपाल के संबोधन के बाद राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए चयनित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड) सचिन मित्तल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंटेलीजेंस, हाल निदेशक राजस्थान पुलिस अकादमी एस. सेंगाथिर को राज्यपाल की ओर से प्रशस्ति पत्र व पदक से सम्मानित किया जाएगा। 

राजस्थान पुलिस के 16 अधिकारियों को पुलिस पदक, आईजी सत्येंद्र सिंह को राष्ट्रपति पदक 
केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से गणतंत्र दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर राजस्थान पुलिस के कई अधिकारियों को सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इनमें महानिरीक्षक (आईजी) सत्येंद्र सिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा, आईजी विकास कुमार सहित 16 अन्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस पदक प्रदान किया जाएगा। राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी यूआर साहू ने इन सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को यह विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने पर बधाई दी है। डीजीपी यूआर साहू के मुताबिक, राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए महानिरीक्षक पुलिस सत्येंद्र सिंह का चयन विशिष्ट सेवा के लिए किया गया है। प्रदेश के 16 अन्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। इनमें महानिरीक्षक पुलिस जोधपुर रेंज विकास कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीआईडी एसएसबी जयपुर पीयूष दीक्षित, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोधपुर आयुक्तालय राजेंद्र प्रसाद, और वृताधिकारी नागौर राम प्रताप बिश्नोई शामिल हैं।