नॉर्थ ईस्ट में तैनात ब्रिगेडियर सुरेश श्योराण की 85 वर्षीय मां पर भूमाफियाओं ने किया जानलेवा हमला, बेटी को भी बनाया निशाना; गंभीर रूप से घायल मां-बेटी, अब इन बदमाशों पर लगाम जरूरी
घटना के एक सप्ताह के बाद भी आरोपी पकड़ से दूर, पुलिस भी एक्शन लेने से कतरा रही, झोटवाड़ा की सेन कॉलोनी में 15 जनवरी को घर में घुसकर हुआ था हमला, सीसीटीवी में कैद है वारदात
जयपुर। 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला जिसका बिग्रेडियर बेटा देश की सरहदों पर देश की रक्षा कर रहा है और जिसके पति ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र सेवा को समर्पित कर दिया..लेकिन वो खुद ही जयपुर में सुरक्षित नहीं है। यह कहानी है बुजुर्ग महिला रामरती देवी की। सेन कॉलोनी झोटवाड़ा निवासी रामरती देवी अपनी बेटी राजेश श्योराण के साथ यहां अकेली रहती है। वजह साफ है कि उनके भूतपूर्व फौजी पति गुजर चुके है और उनका ब्रिगेडियर बेटा नॉर्थ ईस्ट में सरहदों पर तैनात है। लेकिन, उनका यहां रहना भी भूमाफियाओं को नागवार लग रहा है। लंबे समय से मां-बेटी पर यहां से जाने के लिए दबाव डाला जा रहा था लेकिन हद तो तब हो गई जब 15 जनवरी की रात को बुजुर्ग मां-बेटी पर जानलेवा हमला कर दिया गया। इस बाबत परिवाद भी दर्ज करवाया गया लेकिन घटना के एक सप्ताह बाद भी पुलिस इस मामले पर एक्शन लेने से कतरा रही है।
रामरती देवी पत्नी लखमी चंद (85) द्वारा झोटवाड़ा थाने में दर्ज करवाए गए परिवाद के अनुसार 15 जनवरी को आरोपी घर के बाहर तेज आवाज में गाली गलौच कर रहे थे। आवाज सुनकर जब वह और उसकी 52 वर्षीय बेटी राजेश श्योराण बाहर आई तो आरोपियों ने ना सिर्फ गालीगलौज की बल्कि मारपीट भी शुरू की दी। नामजद दर्ज करवाए गए परिवाद में देवेंद्र, गजेंद्र, पृथ्वी, जगदीश, गोपाल एवं उनकी पत्नियों एवं बेटे-बेटियों ने परिवादी और उसकी बेटी जो गठिया रोग से पीडि़त है पर हमला कर दिया और अंगुली काट ली और हाथ तोड़ दिया। परिवाद के अनुसार आरोपी शराब के नशे में थे और मुख्य रूप से आरोपी गोपाल और देवेंद्र की पत्नियों ने परिवादी की पुत्री के साथ बुरी तरह से मारपीट की। आरोपी लगातार घर खाली करके जाने की धमकी देते रहे और यहां तक कहा कि अगर घर खाली नहीं किया तो इससे अधिक परेशानी झेलनी होगी।
पूति भूतपूर्व फौजी और बेटा फौज में ब्रिगेडियर, लेकिन नहीं मिल रहा इंसाफ
गौरतलब है कि पीडि़त परिवादी पूर्व सैन्य अधिकारी की पत्नी है और उसके ब्रिगेडियर बेटे की भी पोस्टिंग नॉर्थ ईस्ट की सरहदों पर है। ऐसे में भूमाफिया द्वारा दोनों मां-बेटी के अकेलेपन का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया गया। गंभीर घायल मां-बेटी ने हमारा समाचार के सामने अपना दर्द व्यक्त किया लेकिन उनकी यह पुकार शायद खाकी के कानों तक नहीं पहुंच पा रही है। घटना के एक सप्ताह बाद भी आरोपी पकड़ से बाहर खुले घूम रहे है और बुजुर्ग महिला इंसाफ की गुहार लगा रही है। उसे हर समय अपनी और अपनी बेटी की जान की फिक्र सता रही है लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
40 सालों से इस मकान की निवासी, लेकिन छोडक़र जाने का बनाया जा रहा दबाव
गौरतलब है कि बुजुर्ग महिला अपने परिवार सहित 40 सालों से इसी झोटवाड़ा की सेन कॉलोनी के इसी मकान में रह रही है लेकिन भूमाफिया को इनका यहां रहना सुहा नहीं रहा है। लगातार इन पर यहां से मकान छोडक़र जाने का दबाव बनाया जा रहा है। 15 जनवरी को घटना की रात भी बदमाशों द्वारा मारपीट के बाद उन्हें मकान छोडऩे की धमकी दी गई और धमकाया गया कि अगर वो यह मकान नहीं छोड़ते है तो इसका अंजाम काफी बुरा होगा। ऐसे में अब बुजुर्ग मां-बेटी हर पल खौफ के साये में जीने को मजबूर है। पीडि़ता ने हमारा समाचार से जल्दी ही इस मामले में इंसाफ दिलवाए जाने की मांग की है साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों तक भी प्रकरण की शिकायत दर्ज करवाई है।