राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जोरपुरा सुन्दरियावास में आयोजित हुआ वार्षिकोत्सव व भामाशाह सम्मान समारोह, बच्चों ने दी मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, हुआ विद्यार्थियों का सम्मान
हिंगोनिया। शिक्षा, संयम और अनुशासन विद्यार्थी जीवन में अत्यंत जरूरी है। विद्यार्थी को जीवन में आगे बढऩे के लिए इन चीजों का ध्यान रखते हुए अपने हौंसले को बुलंद रखना चाहिए। यह बात शनिवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जोरपुरा सुन्दरियावास में आयोजित वार्षिकोत्सव व भामाशाह सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जोरपुरा सुन्दरियावास सरपंच कजोड़मल सिंघल ने कही। सिंघल ने कहा कि ग्राम परिवेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है केवल इनको तराशने की है। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर नन्हे-मुन्ने बच्चों के द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पूर्व पंचायत समिति सदस्य लालाराम शर्मा, पूर्व सरपंच कैलाश सिंह नाथावत, प्रधानाचार्य रजनी शर्मा, समाजसेवी बद्रीनारायण शर्मा, शिक्षाविद् मनरुप सिंह बेनीवाल, श्रवण लाल कुमावत, मीठालाल प्रजापत, रामलाल शर्मा, शिक्षाविद् प्रियलता, शेष नारायण जांगिड़, राममुर्ती धाकड़, शारीरिक शिक्षक सुभाष कुल्हरी, प्रधानाध्यापक प्रभु दयाल सेवदा, शिप्रा दुबे, सुनील पंवार, अर्जुन घासल, रामेश्वर कुड़ी, सुरेश शर्मा, अनीता यादव, कनिष्ठ सहायक प्रमोद सिंह समेत अनेक लोग मौजूद रहे।