जयपुर। राजधानी में अब ऐसे दुर्लभ रोगों का भी उपचार सफलता पूर्वक हो रहा है जो कुछ समय पहले तक संभव नहीं था। ऐसा ही एक सफल ऑपरेशन आयुष हॉस्पिटल में डॉ. दिनेश चौधरी द्वारा किया गया है जिसने मरीज को नई जिंदगी प्रदान की है। इस दुर्लभ रोग का नाम है ट्राईजेमिनल न्यूराल्ग्यिा जिसका डॉ. चौधरी ने सफल उपचार किया है।
जानकारी के अनुसार फुलेरा तहसील निवासी मरीज गोपाल जिनकी उम्र करीब 56 वर्ष है, के चेहरे के बाई ओर बहुत तेज दर्द था। इसके साथ ही मरीज का यह दर्द आंख के ऊपर एवं नाक तक चुभन की तरह महसूस होता था। इससे मरीज काफी दिनों से पीडि़त था। गोपाल ने इस समस्या के संबंध में कई डॉक्टरों से परामर्श लिया लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था। इसके बाद मरीज गोपाल भांकरोटा स्थित आयुष हॉस्पिटल में आया। यहां कान-नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश चौधरी ने इस दुर्लभ बीमारी की पहचान की और मरीज को इस बीमारी के संबंध में समझाया। इसके उपरांत डॉ. चौधरी ने इंफ्रो ऑरबिटल नर्व का ऑपरेशन करके मरीज को दर्द से निजात दिलवाई। आयुष हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. अभिमन्यु ने इस तरह दुलर्भ ऑरेशन के बाद खुशी व्यक्त की है।
डॉ. दिनेश ने समझाया; क्या होता है ट्राइजेमिनल न्यूराल्ग्यिा रोग
डॉ. दिनेश चौधरी ने बताया कि ट्राइजेमिनल न्यूराल्पिया ट्राइजेमिनल तंत्रिका के काम में बाधा के कारण होता है। ये तंत्रिका सिर के काम में बाधा उत्पन्न करती है जिसके कारण एक तरह का न्यूरोपैथिक दर्द होता है। यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है। हालांकि बुजुर्गों विशेषकर 50 से अधिक आयु वर्ग में यह रोग आम है। इसके प्रमुख लक्षण गाल या जबड़े में तेज तीव्र चुभन वाला दर्द होता है जो बिजली के झटके जैसा महसूस होता है।