उत्कर्ष कोचिंग संस्थान की ओर से टैक्स चोरी और अघोषित आय की सूचनाओं के बाद संस्थान के कई ठिकानों पर आयकर का छापा, अब संस्थान के बैंक लॉकर्स को भी खंगालने की तैयारी
बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी, अघोषित आय के साथ ही बेनामी संपत्तियों के राज खुलने की भी संभावना, रेड के दौरान छात्रों और टीचर्स को वापस भेजा; मोबाइल जब्त, अभी हाल ही में इसी संस्थान में जहरीली गैस से कई छात्र हुए थे बेहोश
जयपुर। प्रदेश में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नामी कोचिंग सेंटर उत्कर्ष क्लासेज के हेड ऑफिस सहित विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की है। जयपुर, जोधपुर, कोटा और अजमेर सहित कई शहरों में आयकर विभाग की टीमें सर्च कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार कोचिंग सेंटर में छात्रों की फीस को लेकर बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गई हैं। इन्हीं अनियमितताओं के कारण आयकर विभाग ने कार्रवाई को अंजाम दिया। बता दें, छापेमारी के दौरान कोचिंग सेंटर के कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए और सभी विद्यार्थियों को क्लासरूम से बाहर निकाल दिया गया। कार्रवाई के दौरान कोचिंग सेंटर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया। आयकर विभाग ने सेंटर से कई दस्तावेज और रिकॉर्ड्स जब्त किए हैं। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी कई राज्यों में फैले कोचिंग सेंटर के विभिन्न ठिकानों पर की गई है, जिनमें इंदौर और दिल्ली के केंद्र भी शामिल हैं।
सूत्रों की मानें तो काफी समय से आयकर विभाग को कोचिंग संस्थान की ओर से टैक्स चोरी और अघोषित आय की सूचनाएं मिल रही थी। आयकर विभाग की ओर से निगरानी रखी जा रही थी। इसके बाद आयकर विभाग ने छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग के अधिकारी संस्थान के आय-व्यय ब्यौरे के अलावा अन्य दस्तावेजों को भी खंगाल रहे हैं। करीब 150 से अधिक आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम कार्रवाई को अंजाम दे रही है। इसके साथ ही पुलिस कर्मियों की टीम भी आयकर विभाग के अधिकारियों को सहयोग कर रही है। आयकर विभाग की टीमें संस्थान के बैंक लॉकर्स को भी खंगालने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही संस्थान के ठिकानों पर दस्तावेजों की भी जांच पड़ताल की जा रही है. आयकर विभाग की जांच पड़ताल में बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी, अघोषित आय के साथ ही बेनामी संपत्तियों के राज खुलने की भी संभावना है। आयकर विभाग की टीमें संस्थान के सभी ठिकानों पर भी सर्च कर रही है। आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा दस्तावेजों की भी जांच पड़ताल कर रही है। बता दें कि कोचिंग संस्थान का देश के एक बड़े एजुकेशन प्लेटफार्म स्टार्टअप के साथ टाइअप हुआ है, जिसके तहत बड़ी डील हुई थी। इसके बाद दोनों का कोचिंग के कुछ भागों में मर्जर हुआ है।
छात्रों के बेहोशी प्रकरण के बाद से विवादों में रही है कोचिंग
बताते चलें कि यह पहली बार नहीं है जब जयपुर का प्रमुख कोचिंग सेंटर विवादों में आया है। 15 दिसंबर को जयपुर के सेंटर में छात्रों के बेहोश होने की घटना के बाद संस्थान सुर्खियों में था। इस केस में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने भी संज्ञान लिया था और राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित कई अन्य एजेंसियों से जवाब तलब किया था। एनजीटी की ओर से राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय और जयपुर जिला कलेक्टर से जवाब मांगा गया है। मामले की अगली सुनवाई 10 फरवरी को करेगी।
पहले भी पड़ चुकी है आईटी रेड, छात्रों और अभिभावकों में चिंता का माहौल
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई फीस में टैक्स चोरी और अन्य आर्थिक अनियमितताओं को लेकर की गई है। जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले में अधिक जानकारी सामने आ सकेगी। हालांकि यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी आईटी रेड पड़ चुकी है। वहीं, इस कार्रवाई के बाद छात्रों और अभिभावकों के बीच चिंता का माहौल है। कोचिंग सेंटर राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक बड़ा नाम है। हालांकि, फीस से जुड़ी टैक्स चोरी और प्रशासनिक अनियमितताओं ने एक बार फिर कोचिंग इंडस्ट्री पर सवाल खड़े कर दिए हैं।