यह सरपंच पति है या ‘भूमाफिया का दलाल’..बालाजी फार्म हाउस योजना में सिस्टम बेहाल!

जयपुर-जोधपुर मेगा हाईवे स्थित बेगस रोड पर सृजित की जा रही बालाजी फार्म हाउस योजना में नियम कायदे तांक पर, जेडीए अप्रूव्ड योजना के नाम पर किया जा रहा भ्रमित

बेगस रोड पर विकासकर्ताओं के फर्जीवाड़े का खुलासा, सरपंच पति का ठपा लगा फार्म हाउस काटे, जेडीए ने बेगस में की अवैध योजना पर कार्रवाई; बालाजी फार्म हाउस को छोड़ा

जयपुर। राजधानी के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों अवैध कॉलोनियों के साथ-साथ अवैध फार्म हाउस योजनाओं की भी लंबी फेहरिस्त तैयार हो चली है। इन योजनाओं को बिलकुल जेडीए की अप्रूव्ड योजनाओं की तर्ज पर दिखाया जा रहा है और बाकायदा जनप्रतिनिधियों के नाम पर इनका प्रचार-प्रसार हो रहा है और खरीद-फरोख्त की जा रही है। इन अवैध योजनाओं के जरिए ना सिर्फ आम जनता को फर्जी सब्ज-बाग दिखाए जा रहे हैं। बल्कि जेडीए को भी करोड़ों रूपए के राजस्व से हाथ धोना पड़ रहा है। ताजा प्रकरण जयपुर-जोधपुर मेगा हाईवे स्थित बेगस रोड पर सृजित की जा रही बालाजी फार्म हाउस योजना से जुड़ा है। योजना बिना जेडीए की स्वीकृति के काटी जा रही है और प्रचार किया जा रहा है स्थानीय सरपंच के नाम पर।
दरअसल, बालाजी विहार योजना में विकासकर्ताओं ने अलग-अलग आकार के भूखंडों को फार्म हाउस योजना के नाम पर बेच दिया। योजना दो चरणों में तैयार की गई है। पहले चरण के भूखंडों का जो नक्शा तैयार किया गया, उसमें आम जनता को भ्रमित करने के लिए स्थानीय श्योसिंहपुरा ग्राम पंचायत के सरपंच पति कजोड़ बूरी के नाम का सहारा लिया गया। बकायदा सरपंच पति के मोबाइल नंबर तक नक्शे पर चस्पा कर भूखंड बेचे जा रहे हैं। अब इसी योजना में दूसरे चरण के भी फार्म हाउस बेचने की कोशिश की जा रही है। अंतर सिर्फ इतना है कि इस बार बाजार में बांटे जा रहे योजना के नक्शे से सरपंच पति का नाम और नंबर गायब हैं।

सरपंच पति को बना दिया सरपंच, इसी नाम पर किया जा रहा काला कारोबार
दरअसल, बालाजी फार्म हाउस योजना का जो नक्शा बाजार में चलाया गया। उस पर स्थानीय श्योसिंहपुरा ग्राम पंचायत के सरपंच पति कजोड बूरी का नाम और नंबर बकायदा सरपंच के नाम से चस्पा कर दिया गया। ताकि ना तो कोई विरोध करे और ना ही अवैध रूप से की जा रही इस कारगुजारी पर कोई कार्रवाई हो। सरपंच पति की प्रकरण में मिलीभगत की पुष्टि इसी बात से हो जाती है कि जब उनसे इस योजना के संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की गई तो पहले तो उन्होंने ये मान लिया कि योजना अप्रूव्ड नहीं है और फोन कटने के बाद दुबारा फोन उठाया ही नहीं।

एक योजना पर कार्रवाई; एक को छोड़ा, जेडीए भी कर रहा पक्षपात
जेडीए ने हाल ही में बेगस में नेचर फार्म के नाम से सृजित की जा रही अवैध फार्म हाउस योजना पर कार्रवाई की थी। लेकिन उसके नजदीक ही सृजित की जा रही बालाजी फार्म हाउस योजना को छोड़ दिया गया। योजना में पिछले कई महीनों से धड़ल्ले से प्रशासन की नाक के नीचे फार्म हाउस काटे जा रहे हैं लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं की गई। अब एक योजना पर कार्रवाई करने और दूसरी को छोडऩे से जेडीए की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।