आज दिल्ली चुन लेगी ‘अपनी सरकार’..पीएम मोदी ने संसद से कर दिया प्रचार!

सिर्फ रोचक ही नहीं बल्कि रोमांचक होगा यह चुनाव...

 

दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए आज होगा मतदान, रणनीति के अनुसार 18 फीसदी वोटर अगर इधर-उधर हुआ तो बदल जाएगा सत्ता का समीकरण, 8 फरवरी को आएंगे नतीजे 


मतदान से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर दिया जवाब, विपक्ष को चुन-चुन कर निशाने पर लिया


पूरे घमासान के बीच मतदान से पहले फलौदी सट्टा बाजार का बदला पूर्वानुमान, भाजपा को बढ़त का अनुमान लेकिन सरकार बनना तय नहीं


जयपुर। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए आज सिंगल फेज में वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव में इंडी ब्लॉक का हिस्सा रहीं 5 पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। इनमें आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सभी 70 सीटों पर आमने-सामने हैं। वहीं, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने 6, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्कसिस्ट और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्कसिस्ट लेनेनिस्ट ने 2-2 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा ने 68 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं। दो सीटें सहयोगी पार्टियों को दी हैं। इसमें जनता दल- यूनाइटेड ने बुराड़ी और लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास ने देवली सीट से प्रत्याशी उतारे हैं। महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 30 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने सभी सीटों पर भाजपा को समर्थन दिया है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी 70 और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन 12 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।
दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से कड़ी चुनौती मिल रही है। इन चुनाव में मुस्लिम वोटर एक महत्वपूर्ण फैक्टर बनकर उभरा है। अब जब मतदान शुरू ही होने वाला है तो मुसलमान कई सवालों से जूझ रहे हैं और सतर्कता से अपने विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। वे कौन सा बटन दबाते हैं इसका फैसला आठ फरवरी को मतगणना के दिन पता चलेगा। 2020 के विधानसभा चुनावों में दलितों और झुग्गी- झोपड़ी निवासियों के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय ने आप की जीत सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में 62 सीटों पर हासिल की थी। आम आदमी पार्टी ने मध्य दिल्ली में मटिया महल और बल्लीमारान, दक्षिण पूर्वी दिल्ली में ओखला और उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीलमपुर और मुस्तफाबाद समेत पांच सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने 2020 के चुनावों में भी इन पांच मुस्लिम बहुल इलाकों में मुस्लिम चेहरों को ही उम्मीदवार बनाया था। तब सभी ने भारी अंतर से अपनी सीटें जीती थीं। 


मतदान से ठीक पहले मानहानि मामले में आतिशी को हाईकोर्ट का नोटिस
दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आतिशी को मानहानि मामले में नोटिस जारी किया। भाजपा नेता प्रवीण शंकर की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस विकास महाजन ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की दलील सुनने से लगता है कि मामले को सुनने की जरूरत है।’ अगली सुनवाई 30 अप्रैल को होगी। प्रवीण शंकर ने अपनी याचिका में आतिशी को ट्रायल कोर्ट से जारी समन को रद्द करने के आदेश को चुनौती दी है। इससे पहले 28 जनवरी को मानहानि केस को राउज एवेन्यू कोर्ट ने खारिज कर दिया था। कोर्ट ने समन को रद्द करते हुए कहा था कि ्र्रक्क नेता की टिप्पणी विपक्षी पार्टी के खिलाफ की गई थी, न कि संगठन के व्यक्तिगत सदस्यों के खिलाफ। लोकसभा चुनाव के दौरान आतिशी ने दावा किया था कि भाजपा ने उनके एक सहयोगी के जरिए उनसे संपर्क किया और उनसे भाजपा में शामिल होने को कहा। ऐसा न करने पर ईडी कार्रवाई की धमकी दी।

इधर, संसद में पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर साधा निशाना, एक तीर से कई निशाने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। सदन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सदन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की बातें हुईं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि 21वीं सदी का 25 फीसदी हिस्सा बीत चुका है। राष्ट्रपति ने देश के सामने भविष्य के 25 साल की बात रखी। एक प्रकार से राष्ट्रपति का ये उद्बोधन विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देने वाला है, नया विश्वास पैदा करने वाला है और जन-सामान्य को प्रेरित करने वाला है। पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले। हम लोगों ने पांच-पांच दशक तक गरीबी हटाओ के नारे सुने। हमने गरीब को झूठे नारे नहीं दिए, सच्चा विकास दिया। हम जमीन से जुडक़र काम करते हैं, तो बदलाव होते ही हैं। अब तक गरीबों को चार करोड़ घर मिले हैं, जिन लोगों ने वो जिंदगी जी है वो जानते हैं कि पक्की छत मिलने का क्या मतलब होता है। आजादी के 75 साल के बाद देश में 16 करोड़ से ज्यादा घरों में नल का कनेक्शन नहीं था। हमारी सरकार ने 5 साल में 12 करोड़ परिवारों के घरों में नल-से-जल देने का काम किया है।


पीएम के निशाने पर आए राहुल गांधी-केजरीवाल
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि- जो लोग गरीबों की झोपडिय़ों में फोटो सेशन कराकर सुर्खियां बटोरते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी। पीएम ने कहा- समस्या की पहचान करके छूट नहीं सकते, समस्या का समाधान भी करना होता है। हमारा प्रयास समस्या के समाधान का रहता है और हम समर्पित भाव से प्रयास करते हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा - कुछ लोगों का फोकस आलीशान घरों में जकूजी और शॉवर पर है। पीएम ने कहा कि कुछ नेताओं का फोकस अपने घर के स्टाइलिश बाथरूम पर है। हमारा फोकस तो हर घर नल से जल पहुंचाने पर है। 12 करोड़ लोगों को नल से जल दिया, हमारा फोकस गरीबों के घर बनाने पर है। 

कबाड़ बेचकर दो हजार 300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आया
पीएम मोदी ने कहा- हमारे स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया जाता था, न जाने क्या-क्या कहा जाता था। इस अभियान के तहत कबाड़ बेचकर दो हजार 300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आया है। पीएम मोदी ने कहा- लेकिन पहले अखबारों की हैडिंग होती थी। इतने लाख के घोटाले, 10 साल हो गए ये घोटाले न होने से भी लाखों करोड़ रुपए बचे हैं। जो जनता की सेवा में लगे। मोदी ने कहा कि 2014 के पहले ऐसे बम गोले फेंके गए, बंदूक की ऐसी गोलियां चलाई गई कि देशवासियों का जीवन छलनी कर दिया गया। हमने धीरे-धीरे उन घावों को भरते-भरते आगे बढ़े। 2 लाख रुपये 2013-14 में उस पर इनकम टैक्स माफी थी और आज 12 लाख रुपये संपूर्ण रूप से इनकम टैक्स से मुक्ति। 


राहुल गांधी पर कसा तंज, कहा-संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं
पीएम मोदी ने आगे कहा- पीएम किसान सम्मान निधि से साढ़े तीन लाख करोड़ किसान के खाते में पहुंचे हैं, बीते दशक में तीन गुना अधिक खरीदी की है, किसान को ऋण में भी तीन गुना वृद्धि की गई है। आपदा में किसान को उसके हाल पर छोड़ दिया जाता था, किसानों को पौने दो लाख करोड़ रुपये मिले हैं, सिंचाई के लिए कदम उठाए गए हैं, संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं है। पानी को लेकर बाबा साहब का विजन इतना क्लियर था कि आज भी हम लोगों को प्रेरणा देता है, सौ से अधिक दशकों से लटकी सिंचाई परियोजनाएं पूरा करने का अभियान चलाया। नदियों को जोडऩे की वकालत अंबेडकर ने की, लेकिन दशकों तक कुछ नहीं हुआ। आज हमने केन-बेतवा लिंक समेत कई प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया। गुजरात में ऐसा मेरा सफल अनुभव रहा है।


मतदान से पहले फलोदी सट्टा बाजार का बदला पूर्वानुमान, दिल्ली चुनाव में बदल गया माहौल

इस बीच मतदान से ठीक पहले राजस्‍थान के फलोदी सट्टा बाजार ने एक बार फिर अपना पूर्वानुमान जारी किया है। इसके साथ ही सट्टा बाजार में दिल्ली चुनाव में प्रत्याशियों का भाव तेजी से बढऩे और घटने लगा है। फलौदी सट्टा बाजार ने बीते 2 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर नए पूर्वानुमान जारी किए। इसमें आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने के लिए तगड़ा दावेदार तो माना गया है, लेकिन भाजपा को भी मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जा रहा है। जबकि कांग्रेस को एक बार फिर दिल्ली चुनाव में निराशा मिलती जान पड़ रही है। हालांकि फलोदी सट्टा बाजार के दावे कितने झूठे और कितने सच हैं। ये तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही साफ होगा।

फलोदी सट्टा बाजार के पूर्वानुमान में भाजपा को बड़ा फायदा
राजस्‍थान के फलोदी सट्टा बाजार के लेटेस्ट पूर्वानुमान की मानें तो दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा को सबसे बड़ा फायदा होता दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी को नुकसान होता दिखाई दे रहा है। अभी तक बाजार भावों में आम आदमी पार्टी की स्पष्ट सरकार बनती दिख रही थी। एक दिन पहले ही फलोदी सट्टा बाजार आप पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में 37 से 39 सीटें दे रहा था। अब फलोदी सट्टा बाजार दिल्ली में आप पार्टी को 35 से 37 सीटें दे रहा है। यह पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने का संकेत है, लेकिन बाजार के भावों में भाजपा अब 33 से 35 सीटें मिल रही हैं। जो पहले 31 से 33 थीं। यानी फलोदी सट्टा बाजार में भाजपा को तेजी से बढ़त मिलती दिख रही है।


दिल्ली की हॉट सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के भाव चढ़े
फलोदी सट्टा बाजार ने अपने लेटेस्ट पूर्वानुमान में सिर्फ आम आदमी पार्टी और भाजपा के आंकड़े जारी किए हैं। इसमें दिल्ली की सबसे हॉट नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल और प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। फलोदी सट्टा बाजार में अरविंद केजरीवाल पर 65 पैसे भाव तय किया गया है। जबकि भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा का 85 पैसे भाव तय है। यानी अगर आप केजरीवाल पर 10 हजार रुपये लगाते हैं तो चुनाव जीतने के बाद आपको 6 हजार 500 रुपये का फायदा होगा। वहीं भाजपा के प्रवेश वर्मा पर 10 हजार लगाने पर 8 हजार 500 रुपये का फायदा मिल सकता है। इसके अलावा कांग्रेस के किसी भी प्रत्याशी पर दांव लगाने में किसी ने कोई रुचि ही नहीं ली है।