राजस्थान सरपंच संघ के बैनर तले जयपुर में पंचायतीराज सशक्तिकरण एवं अभिनंदन समारोह आयोजित, सीएम भजनलाल बोले- सरपंचों के हाथों में गांवों के विकास की बागडोर, किया गया सीएम का अभिनन्दन किया गया.
जयपुर। वन स्टेट वन इलेक्शन की दिशा में आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार ने सरपंचों का कार्यकाल खत्म होने के बाद चुनाव नहीं करा कर, सरपंचों को ही प्रशासक के तौर पर नियुक्त कर दिया है। सरकार के इस फैसले के बाद राजस्थान सरपंच संघ के बैनर तले जयपुर पंचायतीराज सशक्तिकरण एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में सरपंच संघ की ओर से मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का अभिनंदन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शर्मा ने सरपंचों का आह्वान किया कि वे जनता की सेवा करके गांव व गरीब को सशक्त बनाएं। सीएम ने कहा कि काम करने की इच्छा शक्ति बनाइए, पैसा तो उड़ रहा है, पकडऩे वाला चाहिए। सरकार गांव, गरीब, किसान और मजदूर के विकास के लिए संकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी से आत्मीयता के साथ मिल रहा हूं। जब मैं सरपंच था तो देखता था कि दिल्ली हो या जयपुर, लेकिन विकास की डोर सरपंच है। गरीब, किसान और जरूरमंद के विकास की कड़ी सरपंच ही है। सीएम ने अपने सरपंच पद के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उस समय जो कर सकता था वो किया, लेकिन मेरे मन में हिलोरें आती है। उस समय और बहुत कर सकता था।
सीएम ने कहा कि काम की भूख बढ़ानी होगी, ये मौका आज मिला है, उसका फायदा उठाना चाहिए। सीएम ने कहा कि कुछ भी बन जाओ, लेकिन सरपंच से बड़ा कोई नही है, क्योंकि गांव की जनता की सेवा कर सकता है। सरपंच के पास दस्तखत की ताकत है। सीएम ने कहा कि गांव में बहुत आवश्यकता होती है, इसलिए सरपंच को सेवा भाव के साथ काम करना चाहिए। सरपंच अगर गांव में काम करना चाहता है, तो दुनिया की कोई ताकत उसे रोक नहीं सकती। आप के पास जो अधिकार है वो किसी के पास नहीं है। चेक पर साइन करने वाले कोई है तो वो सिर्फ सरपंच ही है, एक साइन करके किसी का भी भला कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने साधा कांग्रेस पर निशाना, कहा-उन्होंने छीना किसानों का हक
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने किसान सम्मन निधि योजना के बहाने कांग्रेस को भी जमकर निशाने पर लिया। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने किसान के दर्द को कभी नहीं समझा। केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि योजना के जरिए आर्थिक मदद कर रही है, लेकिन कांग्रेस ने किसानों की सूची केंद्र सरकार को नहीं भेजी थी, जबकि हमने सरकार में आते ही किसानों के लिए सूची भेजी और इतना ही नहीं हमने भी मिलाकर किसानों को सम्मान निधि दी। सीएम ने कहा कि पेपर माफिया हो या अपराधी किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। युवाओं के साथ खिलवाड़ करने वाले को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार किसी की भी आंख से आंसू बहने नहीं देगी।
सरपंच सबसे बड़ा जन प्रतिनिधि होता है, उनके हाथ ही गांवों के विकास की डोर
सीएम ने कहा कि आप कुछ भी बन जाओ सरपंच से बड़ा कोई नहीं है। गांव की भोली भाली जनता आज भी मुझे सरपंच कह कर पुकारती है। जब इतना बड़ा नाम जनता ने दिया तो पीछे हटने की जरूरत नहीं है। मैंने भी गांव के विकास का सपना देखा। गांव के विकास की ज्वाला आपके मन में होनी चाहिए। सरपंच की दृढ़ इच्छा शक्ति है। तो दुनिया की कोई ताकत उसको नहीं रोक सकती। सरपंचों के पास जो अधिकार है वो किसी के पास नहीं है। इसलिए सरपंच सबसे बड़ा जन प्रतिनिधि होता है। सीएम भजनलाल शर्मा ने आगे कहा कि गांव के विकास की तरक्की सरपंचों के हाथ में है। ईश्वर ने आपको मौका दिया है।
बगरू विधायक सहित संघ के पदाधिकारियों ने किया संबोधित, हजारों ने की शिरकत
कार्यक्रम को बगरू विधायक कैलाश वर्मा, राजस्थान सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर गढ़वाल, मुख्य संरक्षक कृष्ण मुरारी दिलावर, कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन सिंह गौड़, नेमीचंद मीणा, रोशन अली, नवीन शीलू, मुख्य महामंत्री शक्ति सिंह रावत, मुख्य प्रवक्ता रफीक पठान, जयपुर जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह धनखड़, टोंक जिला अध्यक्ष मुकेश मीणा, रामप्रसाद चौधरी, संरक्षक भागीरथ यादव, भंवरलाल जानू, गोविंद लाम्बा, जिला अध्यक्ष सीकर हनुमान झाझड़ा, आनंदीलाल मीणा बूंदी, मोइजूद्दीन गुड्डू कोटा, अशोक यादव अलवर, बाबूलाल मीणा सवाई माधोपुर, हजारी लाल मीणा दौसा, भंवर सिंह बलावत जालौर, संजय यादव कोटपुतली, हरिराम बाना अजमेर, प्रमिला चौधरी जोधपुर, माधव लाल अहीर, राम प्रसाद मीणा उदयपुर, गणेश साहू चित्तौडग़ढ़, लीलाराम डूंगरपुर, अशोक डामोर बांसवाड़ा, अशोक गोलियां नागौर, गजेंद्र सिंह राठौड़ जैसलमेर, भारत पटेल पाली, शिवराज सिंह सिरोही, हंसराज चौधरी बालोतरा, शोभराज बिश्नोई फलोदी, राजाराम जोरड बीकानेर, विकास सारण चुरु, मनीष कुरडिया श्रीगंगानगर, धर्मपाल थालोड़ हनुमानगढ़, अर्जुन कुशवाह धौलपुर, प्रकाश मीणा करौली, बारां जिला प्रभारी कपिल शर्मा, कोटा जिले के कार्यकारी अध्यक्ष घनश्याम यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष मीना सैनी, प्रदेश सचिव नीतू मीणा, प्रदेश उपाध्यक्ष हंसराज गुर्जर, कोषाध्यक्ष शिवजी खुरडिया, सचिव राम प्रसाद मीणा, मनोज मीणा, गोपाल मेघवाल गंगानगर, रामनिवास कुमावत हनुमानगढ़, मोहन रार भरतपुर, संदीप कुमार सिंह धौलपुर, महेश पटेल अलवर, आरके शुक्ला दौसा, भंवर सिंह धीवा झुंझुनूं, उमाशंकर यादव बहरोड़, वेद प्रकाश भीलवाड़ा, लालाराम आंदा, कुलदीप सिंह बूंदी, चंद्रभान सिंह झालावाड़, लखन मीणा बारां, किशन लाल मीणा उदयपुर, रणजीत सिंह भाटी चित्तौडग़ढ़, पवनदीप गिल गंगानगर, हिम्मत सिंह कटारा डूंगरपुर, प्रकाश मीणा सलूंबर, निंबाराम जोधपुर, महेंद्र चौधरी बाड़मेर, मनोज कुमार सोलंकी जैसलमेर, दीपाराम जालौर, सरवन बिजानिया नागौर, शौकत खान नागौर, सुरजा राम आहोर, गणेशाराम चौधरी नागौर, रामदेव गोदारा बीकानेर सहित अन्य कई पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।