44 बीघा भूमि पर बस रही थी पांच अवैध कॉलोनियां..सभी पर हुआ तगड़ा एक्शन; जेडीए ने कर दिया ध्वस्त

जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्तों ने जोन-12 में निजी खातेदारी की करीब 44 बीघा कृषि भूमि पर 5 नवीन अवैध कॉलोनियों को प्रारंभिक स्तर पर ही किया ध्वस्त 


जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा जोन-12 निजी खातेदारी की करीब 44 बीघा कृषि भूमि पर 5 नवीन अवैध कॉलोनियों को प्रारंभिक स्तर पर ही पूर्णत: ध्वस्त किया गया। साथ ही जोन पीआरएन-नोर्थ में जानकी विहार प्लॉट नं. ए-23 में फ्रन्ट सैटबैक का उल्लंघन कर बनी अवैध बालकनी को पूर्णत: ध्वस्त किया गया। उप महानिरीक्षक पुलिस कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया कि जोन-12 के क्षेत्राधिकार में अवस्थित ग्राम सांचोती कालवाड़ रोड पार्थ सिटी के पीछे करीब 4 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर जेडीए की बिना स्वीकृति-अनुमोदन के एवं बिना भू रूपान्तरण करवाए भूमि को समतल कर दिव्या एनक्लेव 13 के नाम से किए जा रहे अवैध निर्माण एवं अवैध कॉलोनी बसाने की सूचना प्राप्त होते ही प्रारंभिक स्तर पर ही ध्वस्त किया गया। 
इसी प्रकार जोन-12 के क्षेत्राधिकार में अवस्थित ग्राम चंपापुरा जिला जयपुर में करीब 12 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर जेडीए की बिना स्वीकृति-अनुमोदन के एवं बिना भू रूपान्तरण करवायें भूमि को समतल कर ‘नारायण सागर’ के नाम से अवैध रूप से बसाई जा रही नवीन अवैध कॉलोनी को ध्वस्त किया गया। एक अन्य कार्रवई में ग्राम मुन्डोता करीब 18 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर जेडीए की बिना स्वीकृति-अनुमोदन के एवं बिना भू रूपान्तरण करवायें भूमि को समतल कर ‘कालवाड़ वाटिका’ एवं ‘आजाद नगर’ के नाम कॉलोनाइजर विजय सिंह राजावत द्वारा नवीन अवैध कॉलोनी बसाने की सूचना प्राप्त होते ही प्रारंभिक स्तर पर ही अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया। इसी प्रकार जोन-12 के क्षेत्राधिकार में अवस्थित कालवाड़ रोड बियानी कॉलेज के पास जिला जयपुर में करीब 10 बीघा निजी खातेदारी कृषि भूमि पर जेडीए की बिना स्वीकृति-अनुमोदन के एवं बिना भू रूपान्तरण करवायें भूमि को समतल कर ‘विकास नगर’ के नाम से कॉलोनाइजर राजू द्वारा नवीन अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयासों को विफल किया गया। 

जोन-पीआरएन नॉर्थ में भी सेटबैक उल्लंघन पर चला पीला पंजा
कार्रवाई के इस क्रम में जोन-पीआरएन (नोर्थ) के क्षेत्राधिकार में अवस्थित जानकी विहार भूखण्ड संख्या ए-23 में फ्रंट सैटबैक का उल्लंघन कर अवैध रूप से बालकनी का निर्माण किये जाने की सूचना प्राप्त होने पर लोखण्डा मशीन व मजदूरों की सहायता से ध्वस्त किया गया। उक्त कार्यवाहियां मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन आदर्श चौधरी के पर्यवेक्षण में उपनियंत्रक प्रवर्तन-द्वितीय, प्रवर्तन अधिकारी जोन-12, पी.आन.एन.(नोर्थ), तथा प्राधिकरण में उपलब्ध जाप्ते, लेबर गार्ड एवं जोन में पदस्थापित राजस्व व तकनीकी स्टॉफ की निशादेही पर प्रवर्तन दस्ते द्वारा सम्पादित की गई।