गुर्जर आंदोलन से निपटने के लिए प्रदेशभर में अलर्ट:दौसा, करौली, स. माधोपुर, भरतपुर व जयपुर की 5 तहसीलों में इंटरनेट बंद

जयपुर@आरक्षण समेत अन्य मांगों को लेकर रविवार को गुर्जर भरतपुर के पीलूपुरा में पड़ाव डालेंगे। इससे पहले ही पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया है। गुर्जर बाहुल्य 4 जिलों दौसा, करौली, स. माधोपुर और भरतपुर में शुक्रवार शाम से ही इंटरनेट बंद कर दिया गया। इसके अलावा जयपुर जिले की 5 तहसीलों कोटपूतली, पावटा, शाहपुरा, विराटनगर और जमवारामगढ़ में भी इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है। संभागीय आयुक्त भरतपुर सोमनाथ मिश्रा की ओर से जारी आदेश के अनुसार यह पाबंदी शनिवार को मध्य रात्रि तक लागू रहेगी, लेकिन जरूरत पड़ी तो इसे बढ़ाया जा सकता है। पुलिस मुख्यालय ने भी स्थिति से निपटने के लिए अलग-अलग फोर्स की 19 कंपनियां इन जिलों में भेज दी हैं।

बैंसला ने कहा- एक नवंबर से पूरे प्रदेश में चक्काजाम

गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी बैंसला ने अपने करौली जिले के हिंडौन सिटी स्थित निवास पर शुक्रवार को प्रेसवार्ता की। इस दौरान कहा- सरकार ने हमारी कोई बात नहीं मानी, इसलिए रविवार से पूरे प्रदेश में चक्काजाम किया जाएगा।

गुर्जर समाज के 41 प्रतिनिधियों का एक गुट सरकार से वार्ता के लिए देर शाम जयपुर पहुंच गया। हालांकि, आरक्षण संघर्ष समिति ने वार्ता के लिए इस गुट काे अधिकृत नहीं किया है।

इधर, पुलिस ने अलग-अलग फोर्स की 19 कंपनियां इन जिलों में भेजी हैं। केंद्र से भी 10 कंपनी सीआरपीएफ व रैपिड एक्शन फोर्स मांगी है।

मांगी फोर्स

एडीजी कानून व्यवस्था सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि आंदोलन के चलते भरतपुर, करौली, दौसा व सवाई माधोपुर सहित जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में 5 आरएसी कंपनी व 2 रैपिड एक्शन फोर्स पहले से तैनात हैं। अब 7 कंपनी बॉर्डर होमगार्ड, 8 आरएसी कंपनी व 4 रैपिड एक्शन फोर्स रवाना कर दी गई है।

इनके साथ 6 एडिशनल एसपी, 4 डिप्टी एसपी व इंस्पेक्टर भी भेजे गए हैं। केंद्र से भी 8 कंपनी सीआरपीएफ, 2 कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स मांगी गई है। डीजी एमएल लाठर व एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सहित पुलिस मुख्यालय के अधिकारी कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी रखे हुए हैं।