जयपुर के जेकेके की तर्ज पर सीकर में ‘अमृता हाट मेले’ का आगाज

राज्य मंत्री डॉ.मंजू बाघमार ने फीता काटकर किया शुभारंभ, महिलाओं के सशक्तिकरण में राज्य सरकार की अनूठी पहल, राज्य मंत्री ने कहा-महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए अमृता हाट मेला अहम कड़ी

सीकर। महिला अधिकारिता विभाग एवं जिला उद्योग केन्द्र सीकर के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को सीकर में अरबन हाट में अमृता हाट एवं शेखावाटी उद्योग मेले का सार्वजनिक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं महिला अधिकारिता विभाग राज्य मंत्री डॉ.मंजू बाघमार ने फीता काटकर उद्घाटन किया। राज्य मंत्री डॉ.मंजू बाघमार ने मेले में अरबन हाट में राज्य की महिला उद्यमी, महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की स्टॉलों का अवलोकन कर महिला उद्यमीयों की इस पहल की सराहना की। इस अवसर पर राज्य मंत्री डॉ.मंजू बाघमार ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं को आगे बढ़ाने एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला स्तर पर अमृता हॉट मेले का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमृता हॉट मेला महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की बिक्री का एक अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा​ कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण करने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की क्रियान्विति कर रही है। उन्होंने कहा​ कि जो भी आंगनबाड़ी केंद्र स्कूलों में चल रहे हैं, उनका चरणबद्ध तरीके से विकास किया जायेगा तथा 365 जो आंगनबाड़ी केंद्र थे उनको प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित कर आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही हर विधानसभा क्षेत्र में 10-10 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र थे उनको आगे बढ़ा रहे हैं। 
इस अवसर पर पूर्व सांसद सीकर सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा सीकर में अरबन हाट को सुव्यवस्थित कर प्रांरभ किया है। उन्होंने कहा कि इस स्थान पर समय—समय पर विभिन्न मेले एवं हाट का आयोजन होना चाहिए, जिससे सीकरवासियों को एक ही स्थान पर सभी उत्पादों की जानकारी मिल सके और स्था​नीय स्तर पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की आमजन खरीदारी करेंगे तो इन स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक आय भी होगी। 
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक राजेंद्र चौधरी ने बताया कि सीकर के अमृता हाट मेले में खानपान एवं रेडीमेड गारमेंट्स सहित अन्य उत्पादों की 100 से अधिक स्टॉल्स लगाई गई है। कार्यक्रम को वोकल फॉर लोकल की थीम पर आयोजित किया जा रहा है, जिसके तहत मेले में देसी खान-पान, लोक नृत्य एवं लोक संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेले के माध्यम से महिलाओं को अपने उत्पाद बेचने के लिए अच्छा मार्केट उपलब्ध होगा। महिला उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाएं लागू की है।

अमृता हाट बाजार में पारंपरिक व्यंजन और वेशभूषा होंगे मुख्य आकर्षण
महिला अधिकारिता विभाग सीकर के उपनिदेशक राजेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि अमृता हाट में पारम्परिक वेष-भूषा जैसे चुनड़ी, पोमचा, लहंगा, धोती-कुर्ता, पट्टू, खेश, पारम्परिक देशी व्यजंन जैसे खीचड़ी, राबड़ी, दाल-बाटी- चूरमा, बाजरे व मक्के की रोटी, कैर व सांगरी की सब्जी, लहसून की चटनी, तिलकुटा, अचार आदि व्यंजनों को बाजोट लगाकर भोजन परोसा जायेगा। इस दौरान धोद विधायक गोर्वधन वर्मा, जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज बाटड़, पवन जोशी, जितेन्द्र कारंगा, जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक विकास सिहाग, उपनिदेशक पशुपालन डॉ. दीपक अग्रवाल, सहायक निदेशक पर्यटन अनुशर्मा, एडीपीसी राकेश लाटा,रेल सलाहकार समिति सदस्य सुरेश अग्रवाल सहित जिला स्तरीय अधिकारी, स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, उद्यमी मौजूद रही।