चौमूं में दिखा दिल दहला देने वाला मंजर..24 नीलगायों का शिकार; मिले कटे सिर!

प्रदेश में नीलगायों की सामूहिक हत्या का सबसे बड़ा मामला, चौमूं के सबलपुरा गांव में 24 से अधिक नीलगायों का शिकार, ग्रामीणों ने एक शिकारी को पकड़ा, हथियार और कारतूस बरामद, आगे की जांच जारी 

जयपुर। जिले के चौमूं कस्बे के सबलपुरा गांव के जंगलों में बुधवार रात हुई शिकार की एक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। शिकारियों ने 24 से अधिक नीलगायों को बेरहमी से मार डाला। गुरुवार को जब ग्रामीण जंगल की ओर गए, तो उन्हें नीलगायों के अवशेष देखकर घटना का पता चला। शिकारियों को भागते हुए देख ग्रामीणों ने उनका पीछा किया और एक शिकारी को पकड़ लिया, जिसे बाद में पुलिस के हवाले कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही कालाडेरा पुलिस स्टेशन के कमल सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। फरार शिकारियों की पहचान और तलाश जारी है। मौके से बड़ी मात्रा में सबूत मिले हैं, जिनमें 150 जिंदा कारतूस, 90 खाली कारतूस के खोखे, एक पिस्तौल, और एक कटार शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने दो आधार कार्ड भी बरामद किए हैं, जिससे शिकारियों की पहचान करने में मदद मिलेगी। 
घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए। ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पकड़े गए शिकारी विकास बावरिया से पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि अन्य शिकारियों की पहचान हो सके। इस मामले में घिनोई की सरपंच एकता कंवर ने शिकार की इस घटना को बेहद गंभीर और शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि आरोपी ने पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में कठोर कार्रवाई करने और शिकारियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की। उल्लेखनीय है कि अब भी प्रादेश के कई जिलों में गुपचुप गौ मांस परोसा जाता है। लेकिन गौमांस नीलगाय के मांस से काफी महंगा पड़ता है। इसी कारण मांस के लिए लगातार नीलगाय का शिकार हो रहा है। लेकिन इतनी बड़ी घटना में राजस्थान में पहली बार नीलगाय की हत्या की गई है।


दो शिकारी भागने में हुए कामयाब, बंदूक और 150 से अधिक कारतूस सहित कई हथियार बरामद
थाना प्रभारी कमल सिंह ने बताया- ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शिकारी विकास बावरिया को गिरफ्तार किया है। हालांकि लोगों को देखकर 2 शिकारी भागने में कामयाब हो गए। पकड़े गए शिकारी से उसके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। जल्द ही अन्य शिकारियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपी के पास से 150 कारतूस, एक बंदूक और अन्य हथियार बरामद हुए हैं। मौके पर दो आधार कार्ड भी मिले हैं। ग्रामीणों ने शिकारी विकास बावरिया को पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि 2 शिकारी मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने शिकारी विकास बावरिया को पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि 2 शिकारी मौके से फरार हो गए।


बड़े गिरोह ने किए शिकार,  वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
सूचना पर वन विभाग के हाड़ौता रेंजर वन क्षेत्रीय अधिकारी अजय बडग़ुर्जर मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का मौका-मुआयना किया। सहायक वन संरक्षक जयपुर नॉर्थ राजीव शर्मा ने बताया- नीलगाय के शिकार का मामला संज्ञान में आया है। सूचना पर वन विभाग के उप वन संरक्षक डीपी जगावत के निर्देश पर टीम मौके पर पहुंची। जंगल में देर रात करीब 24 नीलगाय का शिकार किया गया है। मौके से एक शिकारी को हिरासत में लेकर कालाडेरा पुलिस के हवाले किया गया है। वन विभाग की टीम ने मौके से नीलगाय की खाल और काटकर फेंकी गई मुंडियां (सिर) बरामद की हैं। आरोपियों के खिलाफ वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।