संजीवनी क्रेडिट सोसायटी घोटाला प्रकरण

बालोतरा@ संजीवनी क्रेडिट सोसायटी घोटाला प्रकरण में बालोतरा पुलिस ने सीएमडी विक्रमसिंह इंद्रोई को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया। जहां पर इसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया। 1100 करोड़ रुपए के घोटाले के मुख्य आरोपी को पूर्व में ही एसओजी टीम ने गिरफ्तार कर लिया था, इसके बाद राजस्थान व गुजरात राज्यों में पीड़ित उपभोक्ताओं से जानकारी प्राप्त की। 30 सितंबर को एसओजी की टीम ने बालोतरा डाक बंगले में पीड़ित उपभोक्ताओं से जानकारी जुटाई थी, इस दौरान 20 से अधिक उपभोक्ताओं ने अपनी परिवेदना दर्ज करवाई थी। हालांकि अभी पुलिस थाने में पप्पूराम सोनी के दर्ज करवाए गए मामले में पुलिस ने सीएमडी को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लि. के सीएमडी विक्रमसिंह इंद्रोई को एसओजी की टीम ने पूर्व में गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद राजस्थान व गुजरात राज्य में खाताधारकों की डिटेल को लेकर टीम पूछताछ में लगी हुई है। संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लि. के खिलाफ निवेशकों से उनकी जमा पूंजी पर अधिक ब्याज, मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगी करने के दर्ज प्रकरण का अनुसंधान एसओजी कर रही है।1100 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला करने के मामले में एसओजी ने पूर्व में ही सीएमडी को गिरफ्तार कर लिया था। वर्तमान में इंद्रोई जोधपुर सेंट्रल में न्यायिक अभिरक्षा में चल रहा था। इस पर बालोतरा पुलिस ने इसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से इसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। इस दरम्यान पुलिस आरोपी से बालोतरा सोसायटी में कुल उपभोक्ता व हड़पी गई राशि के बारे में पूछताछ करेगी।

30 सितंबर को एसओजी ने दर्ज किए थे लोगों के बयान

संजीवनी क्रेडिट सोसायटी घोटाला प्रकरण को लेकर 30 सितंबर को एसओजी की टीम बालोतरा डाक बंगला पहुंची थी। जहां पर बालोतरा सहित आस-पास के क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने अपनी परिवेदना दर्ज करवाई। इस दिन टीम ने करीब 20 उपभोक्ताओं के बयान दर्ज किए थे। वहीं सोसायटी के एजेंट अशोक गुप्ता ने भी 7 लाख रुपए गबन की बात टीम के समक्ष रखी थी।

यह है मामला बाड़मेर में पहली क्रेडिट सोसायटी के रूप में संजीवनी वर्ष 2007 में शुरू हुई थी। इसी दौर में बाड़मेर जिले में तेल-गैस, लिग्नाइट और अन्य क्षेत्रों व्यापारिक बूम आया हुआ था। तेल-गैस कंपनियों के बाड़मेर में निवेश और भूमि अवाप्ति से गरीब किसानों के पास भी करोड़ों रुपए आए थे। इस सोसायटी ने लोगों को लुभावने वादों के साथ झांसे में लिया और कम समय में दुगुना-तिगुनी राशि करने का झांसा देकर हजारों निवेशकों के करोड़ों रुपए की पूंजी जमा कर ली।

इसके बाद वर्ष 2008 में बालोतरा शहर में भी सोसायटी की शाखा खोली गई। जहां पर भी निवेशकों को लुभाकर खाते खुलवाए गए। दिनोंदिन निवेशकों की संख्या बढ़ती गई। वर्ष 2018-19 में प्रतिदिन सोसायटी में 15 से 17 लाख रुपए की राशि जमा होती थी। शुरुआती दौर में समय-समय पर राशि वापस मिलने पर एजेंटों व उपभोक्ताओं में सोसायटी के प्रति विश्वास बढ़ता गया, उन्होंने अच्छे मुनाफे को लेकर खाते खुलवाकर पैसे जमा करवाए, लेकिन धीरे-धीरे अन्य शाखाओं की तरह ही बालोतरा ब्रांच को बंद कर लोगों के पैसे ऐंठ लिए।

संजीवनी क्रेडिट सोसायटी घोटाला मामले में आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। जिसे आज न्यायालय में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ जारी है।

                                                                                                                                                                                              कैलाशदान, एसआई पुलिस थाना बालोतरा

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