मतदाता चुन रहा है हेरिटेज सरकार, परिवहन मंत्री, मुख्य सचेतक, विधायक व पूर्व मंत्री सहित कई नेताओं ने डाले वोट

जयपुर@ राजधानी जयपुर में आज नगर निगम चुनाव के दो रूप देखने को मिल रहे है। जहां एक तरफ आधे जयपुर में लोग उत्साह के साथ मतदान केन्द्रों पर जाकर वोट दे रहे है, वहीं आधे जयपुर में चुनाव लडने वाले प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए जी जान लगा रहे है। जयपुर नगर निगम हैरिटेज क्षेत्र में आज सुबह 7.30 बजे से मतदान शुरू हो गया और सुबह 10 बजे यानी ढाई घंटे में 16.91 फीसदी लोगों ने वोट डाले। पुराने जयपुर यानी चारदीवारी क्षेत्र में लोग घरों से वोटिंग के लिए मतदान केन्द्र पहुंच रहे है।किशनपोल विधानसभा से विधायक अमीन कागज़ी ने अपना वोट जालूपुरा स्थित गौड़ विप्र स्कूल वोट डाला। इधर जयपुर की पूर्व महापौर और वर्तमान में कांग्रेस की प्रदेश महासचिव ज्योति खण्डेलवाल भी अपनी पति शरद खण्डेलवाल संग मतदान करने किशनपोल बाजार स्थित राजकीय महाराजा बालिका विद्यालय में मतदान करने आई।

इधर, जयपुर की पूर्व महापौर और वर्तमान में कांग्रेस की प्रदेश महासचिव ज्योति खण्डेलवाल भी अपनी पति शरद खण्डेलवाल संग मतदान करने किशनपोल बाजार स्थित राजकीय महाराजा बालिका विद्यालय में मतदान करने आई। मुख्य सचेतक और हवामहल विधानसभा के विधायक महेश जोशी ने बड़ौदिया बस्ती में पत्नी के साथ वोट डाला। इससे पहले एक अन्य पोलिंग बूथ पर पहुंच गए। लेकिन वहां उनका नाम नजर नहीं आया। वहीं, दोपहर 1 बजे पूर्व राजकुमारी और भाजपा सांसद दीया कुमारी ने जनानी ड्योढी स्थित पेंशन कार्यालय में स्थित बूथ पर वोट डाला। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने आज अपनी पत्नी, माता—पिता व बच्चों के साथ वार्ड संख्या 46 में गीता आश्रम स्कूल सोडाला, अजमेर रोड पर मतदान किया। इसी तरह, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने वार्ड 47 के मतदान केंद्र टिनी ब्लॉसम स्कूल में मतदान किया और लोगों से अपील की, कि कोरोना की गाइडलाइन की पूरी पालना करते हुए वोट करने आए और ज्यादा से ज्यादा इस लोकतंत्र के पर्व में अपनी हिस्सेदारी दें। पूर्व विधायक अशोक परनामी ने गीता भवन, आदर्श नगर में वोट डाला।

मास्क बांटे, सेनेटाइज करने के साथ सोश्यल डिस्टेंसिंग

कोरोना को देखते हुए इस बार निर्वाचन आयोग ने भी मतदान केन्द्र पर विशेष व्यवस्था कर रखी थी। कोई मतदाता अगर मास्क् पहनकर नहीं आया तो उसे मास्क दिए। वहीं सभी मतदाताओं को प्रवेश करने और वोट डालकर निकलने के बाद हैंड सेनेटाइज की व्यवस्था की गई। इसी तरह बीमार-बुजुर्गो के लिए वाहनों से बूथ तक लाने ले जाने के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई। व्हील चेयर मतदाताओं को बूथ तक जाने के लिए पुलिसकर्मी भी सहयोग करते नजर आए। वहीं एक पोलिंग बूथ पर तो सुंदर सा नजारा देखने को मिला, जब एक 5 साल की बच्ची अपनी दादी के साथ मतदान केन्द्र पर पहुंची। दादी के हाथ से छड़ी लेकर पौती ने खुद पकड़ी और अपना हाथ दादी के हाथ में थमा उनको सहारा दिया। पैदल, ई—रिक्शा व अपने निजी वाहनों से वोटिंग बूथों पर पहुंचे मतदाताओं का उत्साह ही अलग देखने को मिला। हालांकि इस बार पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लम्बी कतारें देखने को नहीं मिली, जो पहले लोकसभा, विधानसभा या निकाय चुनावों में देखने को मिलती थी। इसके पीछे कारण कोरोना संक्रमण का डर और दूसरा कारण बूथों की संख्या में इजाफा हर बूथ पर वोटरों की संख्या को कम करना रहा।