गुर्जर बाहुल्य वाले गांवों में अधिकारियों का डेरा

गंगापुर सिटी@ गुर्जर समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर के पीलूपुरा में रविवार से आंदोलन शुरू हो गया है। जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जिले के गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र में अपना डेरा डाले हुए हैं। साथ ही कई गांवों का दौरा कर गुर्जर समाज के लोगों से संपर्क कर रहे हैं। इसके अलावा क्षेत्र में होने वाली हर गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। पूर्व में जनवरी 2018 में मकसूदनपुरा चौहानपुरा मुख्य सड़क पर स्थित श्री देवनारायण भगवान के मन्दिर परिसर में गुर्जर समाज की सभा का आयोजन कर वहीं से आंदोलन शुरू किया था। दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग के निमोदा एवं मलारना स्टेशन के मध्य कोथाली, श्यामोली, सांकड़ा, मकसूदनपुरा, चौहानपुरा गावों के समीप रेलवे ट्रैक जाम कर आंदोलन किया था। इस वजह से जिले के आला अधिकारियों की नजर मलारना स्टेशन क्षेत्र के गुर्जर समाज पर पूर्ण रूप से टिकी हुई है। एक माह से लगातार प्रशासन और पुलिस लगातार क्षेत्र के गुर्जर समाज के लोगों से सम्पर्क बनाए हुए हैं। साथ ही आंदोलन को देखते हुए मलारना स्टेशन पर आरएसई की कई बटालियन तैनात की गई है। उपजिला कलेक्टर मलारना डूंगर रघुनाथ खटीक, तहसीलदार कृष्ण मुरारी मीना, मलारना डूंगर थाना इंजार्च राकेश कुमार यादव, मलारना स्टेशन पुलिस चौकी इंचार्ज भरत लाल गुर्जर सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने मलारना स्टेशन क्षेत्र का दौरा किया। साथ ही एटीएस जयपुर के एडिशनल एसपी धर्मेंद्र यादव भी मलारना स्टेशन पुलिस चौकी मौजूद रहे और गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे। एसपी सुधीर चौधरी और पुलिस उपाधीक्षक राजेश राजौरा भी पुलिस जवानों के साथ गांवों का दौरा करते रहे। शनिवार शाम को गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर मलारना स्टेशन पुलिस चौकी में पुलिस व प्रशासन ने समाज के गणमान्य लोगों को बुलाकर वार्ता की। इस दौरान रामनरेश गुर्जर कोथाली, रामराज गुर्जर कोथाली, आडवाणी गुर्जर श्यामोली, मिठालाल गुर्जर श्यामोली, किशन सिंह गुर्जर बिलोली नदी सहित आसपास के गुर्जर समाज के गांवों के कई लोगों को चौकी में बुलाकर वार्ता की गई।